26 मई को थाईलैंड में होगा डॉ. निशा अग्रवाल द्वारा रचित दो ऐतिहासिक पुस्तकों का लोकार्पण
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By Admin
Published - 22 May 2025 25 views
सौहार्द शिरोमणि संत डॉ. सौरभ पर आधारित ‘सद्भाव सिंधु सौरभ’ और ‘संत सौरभ: एक ध्रुव तारा’ होंगी विमोचित
स्वतंत्र पत्रकार विजन
संवाददाता
जयपुर राजस्थान
भारत के आध्यात्मिक उन्नयन और सर्वधर्म सद्भाव के प्रतिनिधि संत डॉ. सौरभ पाण्डेय पर आधारित दो विशिष्ट पुस्तकों का विमोचन 26 मई 2025 को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक भव्य अंतरराष्ट्रीय आयोजन में होने जा रहा है। इन दोनों पुस्तकों — ‘सद्भाव सिंधु सौरभ’ और शोध ग्रंथ ‘संत सौरभ: एक ध्रुव तारा’ — की लेखिका हैं प्रतिष्ठित शिक्षाविद्, कवयित्री एवं चिंतक डॉ. निशा अग्रवाल, जिनका यह रचनात्मक योगदान साहित्य, आध्यात्म और वैश्विक संवाद के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करेगा।
यह आयोजन केवल एक विमोचन समारोह नहीं, बल्कि भारत की सनातन चेतना और संत परंपरा की उस धारा का उत्सव है, जो संत सौरभ जी जैसे युगपुरुषों के माध्यम से आज विश्व मंच पर सम्मानित हो रही है। डॉ. निशा अग्रवाल की लेखनी में जहां एक ओर सौम्यता और श्रद्धा है, वहीं दूसरी ओर समाज-चिंतन और भावनात्मक गहराई का विलक्षण समन्वय भी परिलक्षित होता है।
‘सद्भाव सिंधु सौरभ’ में संत सौरभ जी के जीवन के उन पहलुओं को उजागर किया गया है जो समाज को जोड़ते हैं, आत्मा को उन्नत करते हैं और धर्म को संवाद का माध्यम बनाते हैं। वहीं ‘संत सौरभ: एक ध्रुव तारा’ के माध्यम से लेखिका ने संत सौरभ जी को एक आध्यात्मिक पथप्रदर्शक, संस्कृति-संरक्षक और युगद्रष्टा के रूप में प्रस्तुत किया है।
इस ऐतिहासिक विमोचन कार्यक्रम में थाईलैंड, इंडोनेशिया, अमेरिका और भारत के कई गणमान्य अतिथि, राजघरानों के प्रतिनिधि, आध्यात्मिक गुरु और सांस्कृतिक संगठन भाग ले रहे हैं। यह आयोजन धरा धाम इंटरनेशनल, देवनागरी उत्थान फाउंडेशन, यूनाइटेड गिल्ड लंदन, और एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स जैसे संस्थानों के सहयोग से आयोजित हो रहा है।
डॉ. निशा अग्रवाल द्वारा लिखित यह दोनों पुस्तकें एक ऐसे संत की वाणी बनकर उभरती हैं, जो युगों तक मानवता के मार्गदर्शक रहेंगे। 26 मई का यह दिन न केवल साहित्य में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक संवाद में भी एक नया कीर्तिमान रचने जा रहा है।
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